किसी भी दल को चलाने के लिए धन और सम्पर्क की जरुरत पड़ती है, और अगर सम्पर्क कारपोरेट सेक्टर के साथ बालिवुड मे भी हो तो बात ही क्या है। अमर सिंह के पास ये दोनो चीज है। सपा को राष्ट्रीय पार्टी बानने में उनकी बड़ी भूमिका रही है, इसके साथ ही वह मुलायम के काफी करीब रहे हैं। इन्ही कारणों से मुलायम तमाम विवादों के बाद भी उनको साथ रखना चाहते हैं, लेकिन बात अब उनके परिवारिक सदस्यों के साथ अमर सिंह के तालमेल की है। अब देखना यह है कि मुलायम कौन सा रुख अपनाते हैं
और क्या अमर सिंह अपने पुराने घर यानि कांग्रेस में जाते हैं या वाकई बिमारी के बाद अराम करने के मूड में हैं
No comments:
Post a Comment